तल्लिकी वंदनम योजना (Talli Ki Vandanam) योजना आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा जून 2025 में शुरू की गई, एक ऐसी पहल जो माताओं के माध्यम से बच्चों की शिक्षा को आर्थिक रूप से समर्थित बनाती है।
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Toggleतल्लिकी वंदनम योजना का उद्देश्य
यह योजना मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की महत्त्वाकांक्षी “सुपर सिक्स” वादों में से एक है। इसका उद्देश्य है:
प्रत्येक स्कूल-प्रतिभागी छात्र की माँ/संरक्षक को वार्षिक ₹15,000 की सहायता देना
बच्चों की शिक्षा को निरंतरता प्रदान करना
माता को आर्थिक अधिकार और आत्मसम्मान देना
लाभ राशि का विभाजन
लाभ राशि | विवरण |
---|---|
₹15,000 प्रति बच्चे प्रति वर्ष |
→ ₹13,000 सीधे माँ/संरक्षक के बैंक खाते में जमा → ₹2,000 काटकर स्कूल/कॉलेज विकास और सफाई हेतु उपयोग |
तल्लिकी वंदनम योजना पात्रता मानदंड
छात्र: कक्षा I से XII तक, किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय/जूनियर कॉलेज में अध्ययनरत
परिवार: आर्थिक रूप से कमजोर (वार्षिक आय सीमा: ग्रामीण ₹10,000, शहरी ₹12,000 तक)
उपस्थिति: छात्र की कम से कम 75% उपस्थिति आवश्यक
बैंक खाता: सहायता राशि माता या संरक्षक के बैंक खाते में सीधे जमा हो
अन्य: परिवार में कोई आयकरदाता, वाहन मालिक, सरकारी कर्मचारी आदि नहीं
आवेदन और वितरण प्रक्रिया
ऑनलाइन आवेदन नहीं, स्कूल/कॉलेज आधिकारिक डेटा (UDISE आदि) के माध्यम से नामांकन
पात्रता सत्यापन हेतु दस्तावेज़ व स्कूल डेटा बड़े पैमाने पर एकत्रित
लाभार्थी सूची सार्वजनिक: ग्राम या वार्ड सचिवालय में चिपकाई गई, शिकायतें 26 जून तक, अंतिम सूची 30 जून जारी
यदि पहली किस्त में राशि न पहुँची हो: दूसरी किस्त 10 जुलाई तक जारी की गई
तल्लिकी वंदनम योजना मातृत्व और शिक्षा दोनों को सशक्त बनाने वाला एक समर्पित प्रयास है। इसके ज़रिए गरीब और कमजोर आर्थिक पारिवारिक बच्चों को शिक्षा प्राप्ति का अवसर मिलता है, साथ ही माओं को सम्मान और अधिकार भी। सरकारी पारदर्शिता, समय प्रबंधन और ऑन-ग्राउंड सुधार प्रयास इसे एक सुगठित योजना के रूप प्रस्तुत करते हैं।
समन्वयन और तुलना (अम्मा ओडी से)
इस योजना में पहले की ‘अम्मा ओडी’ के मुकाबले कुल बच्चों के आधार पर राशि दी जाती है, पहले केवल एक बच्चे को ₹15,000 दिए जाते थे
राशि संरचना (₹13,000 + ₹2,000 स्कूल हेतु) वही बनी हुई है
योजना में नई प्रविष्टियों (कक्षा I व इंटर-फर्स्ट ईयर) को शामिल किया गया है और केंद्र सरकारी SC/ST/BC छात्रवृत्ति के साथ भी समेकन संभव है
चुनौतियाँ एवं सुधार बिंदु
डेटा त्रुटियाँ: कुछ माताएं ऐसी दर्ज हुई हैं जिनके बच्चे की उपस्थिति, विद्यालय विवरण या आधार प्रमाणीकरण अधूरा था |
उदाहरण: एक ही माँ के नाम ₹13,000 × 340 बच्चों का भुगतान दिखना, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और सरकार ने जांच का आश्वासन दिया
कुछ स्कूलों में कार्यालय त्रुटियों के कारण, जैसे एनटीआर जिले में 172 बच्चों की माँयों को पहली किस्त नहीं मिली, लेकिन उन्हें दूसरी किस्त में शामिल किया गया
अद्यतन एवं समयबद्धता
पहली ट्रांजैक्शन 12 जून को शुरू होकर जुलाई में लगभग सभी खातों में पहुँच गया है
सात जुलाई तक, अधिकांश SC/ST छात्रों के बाकी राशि की सूचना दी गई; ₹5,200–₹10,972 तक का भुगतान प्रक्रिया में जारी है
योजना आलोचना और शिकायत निवारण के बाद सरकार ने तय समयसीमा भीतर विश्वास बहाल करने की पहल की है
तल्लिकी वंदनम योजना मातृत्व और शिक्षा दोनों को सशक्त बनाने वाला एक समर्पित प्रयास है। इसके ज़रिए गरीब और कमजोर आर्थिक पारिवारिक बच्चों को शिक्षा प्राप्ति का अवसर मिलता है, साथ ही माओं को सम्मान और अधिकार भी। सरकारी पारदर्शिता, समय प्रबंधन और ऑन-ग्राउंड सुधार प्रयास इसे एक सुगठित योजना के रूप प्रस्तुत करते हैं।